दुनिया को अपने नजरिये से देखे- Motivational speech in hindi
नजरिया एक बहुत छोटा सा शब्द हैं
लेकिंन कम से कम इतिहास तो यही कहता हैं । सफलता पाने के लिए जितनी जरुरी काबिलियत है उतनी जरुरी नजरिया भी हैं
एक इंसान को जानवर कहो तो वो नाराज हो जाता है
और शेर कहो तो वो खुश हो जाता हैं । क्यों?
क्युकिं हम सब ने अपने नजरिये से शेर को बहादूर, अकेला , जिद्दी माना हुआ हैं ।
लेकिंन क्या ये सच नहीं हैं । कि शेर भी तो एक जानवर ही हैं ।
अब अगर में ये कहूँ कि हम सब जो कुछ बड़ा करना चाहतें हैं ।
बनना चाहतें हैं । उस रास्ते में हम वो कर ही नहीं रहें । जो हमे करना चाहिए ।
बल्कि हम तो वो कर रहें हैं । जो ये दुनिया हमसे करवाना चाहती हैं
हमारा नजरिया बदलकर ।
अब तुम लोग वही घिसा , पिटा डायलॉग मरोगे ना।
भाई दुनिया की कोई भी ताकत हमें हिला नहीं सकतीं तो देखो यर
Motivational speech |
मै राघव प्रजापति एक बार फिर तम्हें पूरी आजादी देता हूँ ।
अगर इस पोस्ट ने तम्हें मोटीवेशन के साथ साथ Satisfy नही किया तो आप Comment Box में भर-भर कर गलिया देना।
मुझे मंजूर होगी लेकिंन अगर इस पोस्ट ने तुम्हे Satisfy कर दिया
तो पोस्ट को शेयर और ब्लॉग को Follow करके मुझे मेरी मेहनत का ईनाम जरुर देना यारो
एक इंसान जो देखता हैं और जो जानता है ।
उसमें बहुत बड़ा फर्क होता हैं । चलो तम्हे Practically समझाता हूँ ।
हम हर शाम सूरज ढलता हुआ देखते हैं । लेकिंन क्या यही सच हैं । कि सूरज ढलता है अगर तुम्हारा जवाब जवाब हाँ है तो तुम्हारा नजरिया गलत हैं । और जबकि सच तुम भी जानते हो कि असल मे सूरज ढलता ही नहीं है
बल्कि पृथ्वी अपनी परिक्रमा करती है । इसलिए सुबह और रात होती है । क्या तुम्हे अब भी लगता है कि तुम जो भी देखतें हो सुनते हो वही सच हैं ।
अगर तुम्हारा जवाब फिर से हाँ है तो तुम फिर से गलत हो ।
हम जो देखते है, सुनते है उसमें बहुत सी गलत चीजों को हमनें सच मान लिया हैं ।
चलो तुम्हे फिर से Practically समझाता हूँ ।
एक मूवी का डायलाॅग रिश्ते मे तो हम तुम्हारे बाप लगते है नाम है शहंशाह । क्या ये डायलाॅग वाकई सच हैं । नहीं
रिश्ते मे तो हम तुम्हारे बाप होते है नाम है शहंशाह
इस डायलाॅग को जब हमने पहले कभी सुना था । तब हमने कैसे गलत सुन लिया
जबकि उस समय भी तुमने अपनी आंख , कान, का इस्तेमाल किया था ।
क्या तुम अब भी यही कहोगें कि दुनिया की कोई ताकत हमें हिला नहीं सकती । अरे Reality वाली दुनिया मे आओ ना यारों ।
और अगर Practically बताऊ तो हमे दुनिया तो दुर एक चींटी भी हिला सकती है ।और जब एक चींटी हिला सकती है
तो तुम तो इंसान हो यार जो अकेले पूरी दुनिया को हिला सकते हो ।
इसलिए अब तुम वो मत देखों जो ये दुनिया तुम्हे दिखती है ।
बल्कि ये दुनिया वो देखेगी जो तुम दिखाओगे ।
अपने सही नजरिये से पर अब सवाल ये है !
सही नजरिया बनाए कैसे
तो सबसे पहले एक बात हमेशा याद रखना । नजरिया केवल देखने और सुनने से ही नहीं बनता
बल्कि देखने, सुनने और दिमाग से सोचने के बाद तब जाकर बनता है एक नजरिया और जरुरी नहीं की वो नजरिया सकारत्मक ही हो । वो नकारात्मक भी हो सकता है । अगर हमे उसके प्रति विश्वास ना हो तो ।
Future मे कोई भी समस्या आएगी । तब तुम क्या Action लोगे ।
एक समझदार इंसान यही कहेगा कि वो Situation पर Depand करता है । जैसे Situation होगी वो उसके Accorting Action लेगा ।
लेकिंन एक अनन्त समझदार इंसान पहले ये पता लगाएगा कि ये Situation आई क्यों
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ताकि अगर बुरी Situation है । तो वो दुबारा ना आए और अगर अच्छी Situation है तो उसे बार- बार लाया जा सके । फिर उसके According Action लेगा । और ये सब एक बड़ी सोच पर निर्भर करता है ।
अरे बहुत से लोगों को तो ये भी नहीं पता कि नजरिया और सोच एक ही चीज है । और मे हमेशा कहता हूँ सोच केवल एक शब्द ही नहीं । बल्कि एक जरुरी Component है ।
Success का Success कोई बड़ी बात नहीं है । लेकिंन पहले काबिल बनना सीखो ।
End मे अपनी बात को सही Prove करके के लिए बस एक बात कहुगा ।
जब हम TV मे क्रिकेट देखतें है
तब हम हर
बॉल पर चौका , छक्का या फिर विकेट की उम्मीद करते है ।
ये हमारा नजरिया है ।
लेकिंन जो मैदान मे खिलाड़ी होता है । वो एक - एक रन जोड़कर भी अपने Scoreboard को बड़ा करना चाहता है । ये उसका नजरिया है
लेकिंन End मे वही होता है ।
जो खिलाड़ी चाहता है । क्योकिं वो मैदान मे होता है और हम बस देख रहें होते है ।
यानि की दुनिया वो देखेती जो तुम दिखाओगे ।
अब भर- भर के गलिया देना या फिर Prize के रुप मे Share और Follow करना ये मे तुम पर छोड़ता हूँ ।दोस्तों '
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